नवरात्र के शुभ अवसर पर आप सभी को हार्दिक
शुभकामनाएं
जयकारा शेरावाली दा , बोल सांचे दरबार की...............जय
सुप्रभात,जय माता दी प्रिय मित्रगण......!!!
मैं कामना करता हूं कि आप सभी पर सदैव मां भगवती की कृपा और आशीर्वाद बना रहे। नवरात्री के पावन पर्व पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
जय माता दी !!आप सबको सपरिवार 'शारदीय नवरात्रि की हार्दिक शुभ कामनाए
ऊंगली उठा तो दी मगर यह भी हकीक़त देख ली,
एक थी उसकी तरफ, तो खुद की जानिब तीन थ
सभी प्यारे दोस्तों को मेरा नमस्कार !!
जय हिन्द ''मित्रों'' सदा मंगलमयी रहे आप सबका ये पावन जीवन !!
वन्दे मातरम्
श्रद्धांजलि अर्पित करें!!
राक्षस ढोंगी
वॉशरूम
उत्तेजक मुद्रा
कोई पुण्य क्रूर हो. ठाणे
मैं आज भी
रो देती हूँ ,
वो कहते हैं
मुस्कुराने के बाद......!!
मुझमें हैं अवगुण दोष हज़ार फिरभी करते हो मुझे इतना प्यार
अधिक से अधिक मित्रों जोड़ना कला नहीं है , लेकिन उन्हें मेरे साथ संतुष्ट या खुश करना , यह एक कला है
मोहब्बत करने वालों को इनकार अच्छा नहीं लगता
इस दुनिया के बाशिंदों को इकरार अच्छा नहीं लगता
जब तक लड़का भगा नहीं ले जाए लड़की को
तब तक लोगों को प्यार सच्चा नहीं लगता!
ऐ दिल किनारें को किनारा ना समझ,
ऐ दिल सहारें को सहारा ना समझ \
बारिश आने पर किनारें टूट जाते हैं,
मुसीबत आने पर सहारें छुट जाते हैं
मेरे हाथों की लकीरों के इज़ाफ़े हैं गवाह …
मैं ने पत्थर की तरह ख़ुद को तराशा है बहुत ..!!!
मोहब्बत को खेल बनाये फिरते हैं,
आज एक से, कल दूसरे से दिल लगाये फिरते हैं,
दुनिया किस राह पे निकल चुकी है अब,
रोज एक नया महबूब बनाये फिरते हैं।
दिल नही, कोई बाज़ार हो जिस तरह,
जाने क्यूँ लोग खुद को खरीददार बनाये फिरते हैं
दोस्त भी गैरों की अदा सीख गये है'
आते है मगर दील को दुखाने नहीं आते...
बस इक हाँ के इन्तजार में,
रात यूँ हीं गुजर जायेंगी..!
अब तों बस उलझने हैं साथ मेरें ,
निन्द कहाँ आयेंगी.
"लोग मोहब्बत को खुदा का नाम देते है
कोई करता है तो इल्जाम देते है
कहते है पत्थर दिल रोया नही करते
और पत्थर के रोने को झरने का नाम देते है"
डर लगता है..की कहीं बोल दे हम तो
गायब न हो जाये वो..कम से कम
देख तो पाते है.इसी बहाने उसको
पल दो पल...ही सही..हार्दिक स्वागतम..सर झुका के..
"खामोश गुजर जाते हैं वो करीब से
सवाल उठते हैं अजीब से
वो खफा हैं या उनकी अदा है
शिकायत भी क्या करे अपने नसीब से"
नींद आये तो सो जाया करो,
यूँ जागने से मोहबत लौटा नही करती !!
**********************
बेइज्जती' और 'बीवी' एक जैसी होती है! अच्छी तभी लगती है जब दूसरे की हो
*********************
जरा सख्त लहजे में बात कर , जरा बेरुखी से पेश आ ,
मैं उसी नजर से तबाह हुआ , मुझे यूँ न देख प्यार से .....
****************************
मेरी दुआ मै आपका ज़िकर सदा रहेगा ,
आपकी ज़िन्दगी मे ख़ुशी हो या गम मेरा साथ सदा रहेगा ,
भले ही हम दूर ही सही ,
पर ये रिश्ता सदा रहेगा …….
**************
सौ बार मरना चाहा , निगाहों में डूब कर उनकी ,
फिर वो निगाहें झुका लेते है , हमें मरने नहीं देते
शुभकामनाएं
जयकारा शेरावाली दा , बोल सांचे दरबार की...............जय
सुप्रभात,जय माता दी प्रिय मित्रगण......!!!
मैं कामना करता हूं कि आप सभी पर सदैव मां भगवती की कृपा और आशीर्वाद बना रहे। नवरात्री के पावन पर्व पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं
जय माता दी !!आप सबको सपरिवार 'शारदीय नवरात्रि की हार्दिक शुभ कामनाए
ऊंगली उठा तो दी मगर यह भी हकीक़त देख ली,
एक थी उसकी तरफ, तो खुद की जानिब तीन थ
सभी प्यारे दोस्तों को मेरा नमस्कार !!
जय हिन्द ''मित्रों'' सदा मंगलमयी रहे आप सबका ये पावन जीवन !!
वन्दे मातरम्
श्रद्धांजलि अर्पित करें!!
राक्षस ढोंगी
वॉशरूम
उत्तेजक मुद्रा
कोई पुण्य क्रूर हो. ठाणे
मैं आज भी
रो देती हूँ ,
वो कहते हैं
मुस्कुराने के बाद......!!
मुझमें हैं अवगुण दोष हज़ार फिरभी करते हो मुझे इतना प्यार
अधिक से अधिक मित्रों जोड़ना कला नहीं है , लेकिन उन्हें मेरे साथ संतुष्ट या खुश करना , यह एक कला है
मोहब्बत करने वालों को इनकार अच्छा नहीं लगता
इस दुनिया के बाशिंदों को इकरार अच्छा नहीं लगता
जब तक लड़का भगा नहीं ले जाए लड़की को
तब तक लोगों को प्यार सच्चा नहीं लगता!
ऐ दिल किनारें को किनारा ना समझ,
ऐ दिल सहारें को सहारा ना समझ \
बारिश आने पर किनारें टूट जाते हैं,
मुसीबत आने पर सहारें छुट जाते हैं
मेरे हाथों की लकीरों के इज़ाफ़े हैं गवाह …
मैं ने पत्थर की तरह ख़ुद को तराशा है बहुत ..!!!
मोहब्बत को खेल बनाये फिरते हैं,
आज एक से, कल दूसरे से दिल लगाये फिरते हैं,
दुनिया किस राह पे निकल चुकी है अब,
रोज एक नया महबूब बनाये फिरते हैं।
दिल नही, कोई बाज़ार हो जिस तरह,
जाने क्यूँ लोग खुद को खरीददार बनाये फिरते हैं
दोस्त भी गैरों की अदा सीख गये है'
आते है मगर दील को दुखाने नहीं आते...
बस इक हाँ के इन्तजार में,
रात यूँ हीं गुजर जायेंगी..!
अब तों बस उलझने हैं साथ मेरें ,
निन्द कहाँ आयेंगी.
"लोग मोहब्बत को खुदा का नाम देते है
कोई करता है तो इल्जाम देते है
कहते है पत्थर दिल रोया नही करते
और पत्थर के रोने को झरने का नाम देते है"
डर लगता है..की कहीं बोल दे हम तो
गायब न हो जाये वो..कम से कम
देख तो पाते है.इसी बहाने उसको
पल दो पल...ही सही..हार्दिक स्वागतम..सर झुका के..
"खामोश गुजर जाते हैं वो करीब से
सवाल उठते हैं अजीब से
वो खफा हैं या उनकी अदा है
शिकायत भी क्या करे अपने नसीब से"
नींद आये तो सो जाया करो,
यूँ जागने से मोहबत लौटा नही करती !!
**********************
बेइज्जती' और 'बीवी' एक जैसी होती है! अच्छी तभी लगती है जब दूसरे की हो
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जरा सख्त लहजे में बात कर , जरा बेरुखी से पेश आ ,
मैं उसी नजर से तबाह हुआ , मुझे यूँ न देख प्यार से .....
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मेरी दुआ मै आपका ज़िकर सदा रहेगा ,
आपकी ज़िन्दगी मे ख़ुशी हो या गम मेरा साथ सदा रहेगा ,
भले ही हम दूर ही सही ,
पर ये रिश्ता सदा रहेगा …….
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सौ बार मरना चाहा , निगाहों में डूब कर उनकी ,
फिर वो निगाहें झुका लेते है , हमें मरने नहीं देते
पानी जो पी लूँ, तो शराब हो जाए
ReplyDeleteहर शख्स मोहब्बत की किताब हो जाए ।
ऐसी है मुझमें कशिश दिलरूबा ।।
कि जिस जिस्म को छू लूँ
वो गुलाब हो जाए ।।।