Wednesday, October 9, 2013

s1

जो आँखों से उतर के, दिल मे आए, मीत बन जाए,,
जिगर की टीस जब, होठों पे आए, गीत बन जाए,,
मुझे ना रोक पाओगे, कभी तुम गीत लिखने से,,
तुम्हारी याद मे जो, भी लिखूं वो, गीत बन जाए,, !!
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काला न कहो मेरे महबूब को;
काला न कहो मेरे महबूब को;
खुदा तो तिल ही बना रहा था;
पर प्याला ही लुढ़क गया।

यादों का आना जाना तो लगा रहता है
हर रोज़ पलकों को नहीं भिगोया करते...

बरसों पहले प्रेम किया और,
कहा नही अब तक तुमसे,,
हम भी एक अच्छे इन्सां थे,
मिले न थे जब तक तुमसे !!

सारे वादे और सारी कसमे कब निभाते है,
जो निभाते है, वो भी दिल से कब निभाते है,,
मेरे अफसानों का अन्जामों-आगाज है यें,
आते-आते वो तेरे नाम पे आ जाते है !!

" दौलत और जवानी एक दिन खो जाती है
सच कहता हूँ सारी दुनिया दुश्मन हो जाती है
उम्र भर दोस्त लेकिन दोस्त रहते हैं"

आज की रात भी गुजरी है मेरी कल की तरह,
हाथ आए न सितारे तेरे आंचल की तरह.
मैं हूँ एक ख्वाब मगर जागती आँखों का 'अमिर',
आज भी लोग गवां दे न मुझे कल की तरह.!!

कुछ लोग थे कि वक्त के सांचे में ढल गए,
कुछ लोग थे कि वक्त के सांचे बदल गये. !!

कौन कहता है कि आसमान में सुराख़ नहीं हो सकता,
एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो।

दालानों की धुप,छतों की शाम कहाँ,
घर से बाहर घर जैसा आराम कहां।
दिनभर सूरज किसका पीछा करता है,
ऱोज पहाड़ी पर जाती है शाम कहां।

घटा में छुपके सितारे फ़ना नहीं होते,
अँधेरी रात में दिल को दिये बनाके जियो।

जिस्म तो बहुत संवार चुके रूह का सिंगार कीजिये,
फूल शाख से न तोडिये खुशबुओं से प्यार कीजिये !!

अकेलेपन का मुझे खौफ अब नहीं होता,
तुम्हारी याद की खुशबू करीब होती है.!!

लम्हों की किताब है जिन्दगी
यादों का हिसाब है जिन्दगी,
कभी सुख तो कभी दुःख के
सवालों का जवाब है जिन्दगी.!!

"हर रोज हमें मिलना, हर रोज बिछड़ना है,
मैं रात की परछाई,तू सुबह का चेहरा है."

" चाँद पागल है अँधेरे में निकल पड़ता है,
रोज तारों की नुमाइश में खलल पड़ता.
उनकी याद आई है सांसे जरा धीरे चलो ,
धडकनों से भी इबादत में खलल पड़ता है. "

"चाँद के बिना अँधेरी रात रह जाती है
साथ कुछ हसीन मुलाकात रह जाती है,
सच है जिंदगी कभी रूकती नहीं
बस वक्त निकल जाता है और याद रह जाती है."

मुझे इन पत्थरों का डर ना होता
अगर शीशे का मेरा घर ना होता
यकीकन हम भी खेलते प्यार की बाज़ी
अगर दिल टूटने का डर ना होता।

ज़ख़्म जब मेरे सिने के भर जाएँगे,
आँसू भी मोती बनकर बिखर जाएँगे,
ये मत पूछना किस किस ने धोखा दिया,
वरना कुछ अपनो के चेहरे उतर जाएँगे…!!

रोने से किसी को पाया नहीं जाया ,
खोने से किसी को भुलाया नहीं जाता ,
वक्त सबको मिलता है जिन्दगी बदलने के लिए
पर जिन्दगी नहीं मिलती वक्त बदलने के लिए !!

ताजमहल देखकर बोला शाहजहाँ का पोता
ताजमहल देखकर बोला शाहजहाँ का पोता
अपना भी होता बैंक बैलेंस
अगर दादा आशिक ना होता!

“कृष्ण रास करे तो रसिला
हम करें तो कैरेक्टर ढीला

“पूरी बोतल ना सही कम से कम एक जाम तो हो
जिनकी याद में हम बीमार पड़े हैं
कम से कम उन्हें जुकाम तो हो!”

तुमसा कोई दूसरा ज़मीं पर हुआ,
तो रब से शिकायत होगी,
एक तो झेला नही जाता,
दूसरा आ गया तो क्या हालत होगी !!

प्यार के ज़ाम को ऐसे ना पियो कि,
आधा पिया और आधा छोड़ दिया,
यारों ये प्यार है प्यार, नही कोई विम बार,
जो थोड़ा सा लगाया और बस हो गया !!

कहते हैं कि इश्क में नींद उड़ जाती है,
कोई हमसे भी इश्क करे,
कमबख्त नींद बहुत आती है !!

खिड़की खुली जुल्फ़ें बिखरी,
दिल ने कहा दिलदार निकला,
पर हाय रे मेरी फूटी किस्मत,
नहाया हुआ सरदार निकला..!!

और भी चीज़ें बहुत सी लुट चुकीं हैं दिल के साथ,
ये बताया दोस्तों ने इश्क फ़रमाने के बाद,
इसलिये कमरे की एक-एक चीज़ ‘चैक’ करता हूँ,
एक तेरे आने से पहले एक तेरे आने के बाद !!

जो लोग वतन के लिए मिटटी में मिले हैं,
उन लोगों की मिट्टी से यहाँ फूल खिले हैं.!!

बिल्डिंगों की भीड़ में गुम हो गई है बस्तियां,
अब कहाँ सावन के झूले,अब कहाँ वो मस्तियाँ।

गुजरो जो बाग से तो दुआ मांगते चलो,
जिसमें खिले हैं फूल,वो डाली हरी रहे।

रेत पर लिख के मेरा नाम मिटाया न करो
आँखे सच बोलती हैं प्यार छुपाया न करो !!

ना जाने ये नज़र क्यों उदास रहती है,
ना जाने इसे किस की तलाश रहती है।
ये जान कर के वो किस्मत में नहीं है,
फिर भी उसे पाने की आस रहती है।

कदम कदम पे हवा की आहट का ध्यान रखना
मुश्किल समय में भी इस दोस्त को याद रखना
हमारी यादों की खुशबू ज़रूर आएगी
तुम बस अपनी नाक साफ़ रखना

हवा के झोंके हैं हम गुजर जायेंगे,
ख़ामोशी से आपके दिल में उतर जायेंगे।
पा के आपकी दोस्ती ये अहसास हुआ दोस्त,
आपसे बिछड़कर हम बिखर जायेंगे।

जब नज़र से नज़र मिली
तब नज़र ने नज़र से कहा कि
ए नज़र...
इस नज़र को इस नज़र से न देख कि
कहीं नज़रों को नज़र लग जाए

जब भी किसी को करीब पाया है
कसम खुद की वहीँ धोखा खाया है
क्यों दोष देते हैं हम काँटों को
ज़ख़्म तो हमने फूलों से पाया है

हमने देखी है इन आँखों की महकती खुशबू
हाथ से छू कर इसे इश्क का इलज़ाम न दो
एक एहसास है इसे रूह से महसूस करो
प्यार को प्यार ही रहने दो
इसे कोई दूसरा नाम न दो

देख मेरी आँखों में ख्वाब किसके हैं
दिल में मेरे सुलगते तूफ़ान किसके हैं
नहीं गुज़रा इस रस्ते से होकर कोई
फिर ये क़दमों के निशान किसके हैं

आँधियों में भी जैसे कुछ चिराग़ जला करते हैं
उतनी ही हिम्मत-ए-हौंसला हम भी रक्खा करते हैं
अभी और दूर है हमारी मंज़िल
चाँद सितारे तो राहों में मिला करते हैं

टूटे हुए पैमाने में जाम नहीं आता
इश्क के मरीज़ को आराम नहीं आता
ए दिल तोड़ने वाले आपने ये तो सोचा होता ...
टूटा दिल किसी के काम नहीं आता..

उसकी पलकों से आँसू को चुरा रहे थे हम,
उसके ग़मो को हंसीं से सजा रहे थे हम,
जलाया उसी दिए ने मेरा हाथ,
जिसकी लौ को हवा से बचा रहे थे हम

कुछ सालों बाद न जाने क्‍या समां होगा
न जाने कौन दोस्‍त कहां होगा
फिर मिलना हुआ तो मिलेगें यादों में
जैसे सूखे गुलाब मिलते हैं किताबों में।

रास्ता अगर खूबसूरत है तो पता करो
कि किस मंजिल को जाता है
लेकिन अगर मंजिल खूबसूरत है
तो रास्ते की परवाह मत करो

तुम आये ज़िन्दगी में कहानी बनकर
तुम आये ज़िन्दगी में रात की चांदनी बनकर
बसा लेते है जिन्हें हम आँखों में
वो अक्सर निकल जाते हैं आँखों से पानी बनकर

शाम उतरी ज़िन्दगी गाने लगी
मौत को फिर नींद आने लगी
फिर किसी की याद का दीपक जला
और अँधेरी रात मुस्कुराने लगी

बादलों के बीच कैसी साजिश हुई
मेरा घर था मिटटी का
मेरे ही घर बारिश हुई
जिद है अगर उन्हें बिजलियाँ गिराने की
तो हमें भी जिद है अपना आशियाना वहीँ बनाने की

कफ़न मेरे अरमानो का काफी रंगीन है
चिताए तो खून की है ज़ख़्म संगीन है
आसमान रोया न हवा कुछ कह सकी
मेरे आंसुओं की गवाह ये गीली ज़मीन है

मेरा इकरार तेरे इनकार से बेहतर होगा
मेरा दिन तेरी रात से बेहतर होगा
यकीन नहीं तो डोली से झाँक कर देखना
मेरा ज़नाज़ा तेरी बरात से बेहतर होगा

ग़मों में हंसने वालों को रुलाया नहीं जाता
लहरों से पानी को हटाया नहीं जाता
बनने वाले बन जाते हैं अपने
किसी को कहकर अपना बनाया नहीं जाता !!

कभी जज्बात तो कभी यादों को दफ़न करते हैं
कभी आंसू तो कभी दर्द को पिया करते हैं
मोहताज़ तो नहीं फिर भी
हम आपके आने का इंतज़ार किया करते हैं !!

दीपक बुझ कर भी जल सकता है,
नैय्या डूबकर भी तर सकती है ,
मायूस न हो हिम्मत रख ,
तकदीर किसी वक्त भी बदल सकती है !!

अपने हिस्से की ज़िन्दगी तो हम जी चुके
अब तो बस धडकनों का लिहाज़ करते हैं
क्या कहें दुनिया वालों को जो
आखिरी सांस पर भी ऐतराज़ करते हैं !!

आँखें प्यार में दिल की जुबान होती है
सच्ची चाहत तो सदा बेजुबान होती है
प्यार में दर्द भी मिले तो क्या घबराना
सुना है दर्द से चाहत और ज़वान होती है !!

!!शादी क्या है !!????

१. शादी एक खुली जेल है ।
२. शादी एक ऐसी साझेदारी है, जिसमें पूँजी पति लगाता है, लाभ पत्नी पाती है ।
३. शादी एक ऐसी कहानी है, जो झील के किनारे से शुरू होकर ज्वालामुखी के पहाड़ पर समाप्त होती है ।
४. शादी एक ऐसी जोड़ी है,जिसर्मे प्रेम होता है, चूंकि प्रेम अंधा होता है, इसलिये यह अंधों की जोड़ी है ।
५. शादी एक ऐसा आयोजन है, जिसे महीलायें पुरूषों को लूटने के लिये आयोजित करती है ।
६. शादी एक ऐसी किताब है, जिसका पहला भाग पद्य में तथा शेष गद्य में होते हैं ।
७. शादी एक ऐसा मिलन है, जो अच्छे मित्रों की तरह रहने के इरादे से शूरु किया जाता है और दिन-ब-दिन ये इरादे बदलते जाते हैं ।
८.शादी एक ऐसा प्रमाण है, जिसके बाद ही आदमी मानता है कि कुँवारे ही भले थे ।
९.शादी जीवन का एक ऐसा मोड़ है, जिसमें लड़की की सब चिंतायें समाप्त हो जाती है, लड़के की शुरू हो जाती है ।
१०.शादी ही वह संस्कार है, जिसे करने के बाद आदमी को ज्ञान होता है कि नर्क पृथ्वी पर ही है ।
११.शादी एक शब्द नहीं, एक वाक्य है !!

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